बहुत लंबे समय के प्रोटेस्ट के बाद अब बांग्लादेश में तख्ता पलट हो चुका है अभी के लिए बांग्लादेश की मिलिट्री ने ओवरटेक कर लिया है l
बांग्लादेश में जो प्रधानमंत्री थी शेख हसीना इन्होंने आर्मी के प्रेशर के अंडर 45 मिनट में इस्तीफा दे दिया।
शेख हसीना को यह कहा गया कि 45 मिनट का आपको समय दे रहे हैं रिजाइन करो एंड गेट आउट ऑफ द कंट्री l
शेख हसीना ने भी यही किया इन्होंने रिजाइन कर दिया और आज के समय यह सेफ्टी के लिए इंडिया आ चुकी हैं हेलीकॉप्टर से इनको सेफली इंडिया लाया गया है और उसके बाद यह देखा गया कि बांग्लादेश के जो आर्मी चीफ है इन्होंने पूरे देश को संबोधित किया और यह कहा आई एम इन चार्ज नाउ।
बांग्लादेश की आर्मी अब यहां पर संभाल रही है और इन्होंने लोगों को यह कहा कि बहुत ही जल्द एक इंटरम सरकार बना दी जाएगी पर आज के समय वकर उज जमान यह है द मोस्ट पावरफुल मैन इन बांग्लादेश शेख हसीना को बिल्कुल पावर से हटा दिया गया है और यह बहुत ज्यादा आश्चर्य कि बात है कि इंडिया के लिए शेख हसीना एक बहुत ही फ्रेंडली लीडर थी।
बांग्लादेश इंडिया के जो फ्रेंडली रिलेशंस हैं उनमें आप कह सकते हैं शेख हसीना का अहम भूमिका थी अब देखिए जो यहां पर आर्मी चीफ पावर में आ चुके हैं।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह एंटी इंडिया होंगे या प्रो इंडिया होंगे इनका स्टंस क्या होगा यह देखना बाकी है पर भारत के आसपास आप देखो म्यांमार में तख्ता पलट आर्मी ने कर लिया, बांग्लादेश में भी तक्ता पलट और पाकिस्तान में भी देखिए कहने को तो डेमोक्रेसी है पर आज के समय इनकी सरकार, इनकी आर्मी ही चला रही है।
तख्ता पलट का कारण –
- पहले तो देखो बांग्लादेश में जनवरी 2024 में चुनावों का रिजल्ट आया और शेख हसीना चौथी बार बन गई बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनीं जैसे ही इलेक्शन बांग्लादेश में हुए तभी से लोग चर्चा करने लगे कि बांग्लादेश के इलेक्शंस में धांधली हुई है। यह बात अमरीका ने भी कही इसी बात को लेकर बांग्लादेश में जो पॉलिटिकल पार्टीज थी और लोग थे इन्होंने प्रोटेस्ट करना स्टार्ट कर दिए मगर यह प्रोटेस्ट बहुत ही ज्यादा छोटे लेवल पे थे।
- यह देखा कि शेख हसीना ने एक बार एक हिंट दे कर यह कह दिया था कि एक बड़े वेस्टर्न कंट्री ने इन पर दबाव डाला कि बांग्लादेश में हमको एक मिलिट्री बेस दे दो अगर तुम नहीं दोगे तो बांग्लादेश और म्यान्मार का हिस्सा तोड़ के एक नया देश बना दिया जाएगा। यह बांग्लादेश की पीएम की जो स्टेटमेंट थी उसमें साफ लग रहा था कि यह अमरीका की तरफ संकेत कर रही है कि अमरीका ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पर दबाव डाला कि हमको एक मिलिट्री बेस बनाने की परमिशन दे दो नहीं तो आपको हम दिक्कत में डाल देंगे।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने यह एक बड़ा जोखिम भरा कदम उठाया है अमरीका का हिंट देखकर।
देखो पाकिस्तान में इमरान खान ने अमरीका पर खूब आरोप लगाए जो इमरान खान के साथ हुआ है आप सबने देखा है।
शेख हसीना ने बस एक हिंट दिया बाकी वर्ल्ड मीडिया अपने आप समझ गया कि अमरीका की ही बात की जा रही है बांग्लादेश के मीडिया ने भी इस पर बहुत लिखा कि क्या अमरीका ने दबाव डाला है शेख हसीना पर और यह कुछ समय के लिए न्यूज़ में रहा और फिर अचानक से हम देखते हैं कि बांग्लादेश में लार्ज स्केल पर प्रोटेस्ट होने स्टार्ट हो जाते हैं रिजर्वेशन कोटा सिस्टम को लेकर क्योंकि 5 जून को बांग्लादेश का एक हाई कोर्ट बहुत ही ज्यादा अजीब काम करता है।
- बांग्लादेश में लंबे समय से एक मुद्दा आरक्षण का था जोकि एक अहम कारण हो सकता है।
जैसा कि आप लोग जानते हैं कि बांग्लादेश में 1971 में एक कानून बना था। जिन लोगों ने बांग्लादेश की फाइट फॉर इंडिपेंडेंस में पार्टिसिपेट किया था पाकिस्तान के खिलाफ जो लोग लड़े थे।उनके रिश्तेदारों को आज भी बांग्लादेश की सरकारी नौकरियों में 30% का कोटा मिलता है अब बांग्लादेश में इस मुद्दे को लेकर 2018 में प्रोटेस्ट हुए थे और उस वक्त लग रहा था कि यह मुद्दा काफी हद तक यहीं पे समाप्त हो जाएगा क्योंकि 2018 में ही यह 30% कोटा खत्म कर दिया गया था मगर जून 2024 को बांग्लादेश का एक हाई कोर्ट कहता है आप लोग वापस से वो जो 30% कोटा है इसको पुनः लागू करिए और इस सब में शेख हसीना का कोई रोल नहीं है एक हाई कोर्ट ने खुद ही ऑर्डर दे दिया इसी वजह से लोग सड़कों पर उतर आए बहुत सारे बांग्लादेशी स्टूडेंट्स सड़कों पर उतर आए और पूरे बांग्लादेश में प्रोटेस्ट होते हैं और लोग डिमांड करते हैं कि यह जो आरक्षण है इसे हटाया जाए क्योंकि बांग्लादेश में आरक्षण बहुत सारा हो गया था 10% आरक्षण बैकवर्ड डिस्ट्रिक्ट के लिए औरतों के लिए 10% पर बेसिकली मेरिट पे नॉन कोटा जो सीट्स थी यह बस 44 पर बचती थी।
इस मुद्दे को देखकर जल्दी से बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बहुत सारा प्रोटेस्ट हो रहा है और बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने बडे पैमाने पर कोटा हटा दिया और जो मेरिट बेस्ड यहां पे सिस्टम है यह 44 पर से बढ़कर 97 पर हो गया मगर तब भी बांग्लादेश के प्रोटेस्ट नहीं रुकते।
इस बार प्रोटेस्टर्स यह डिमांड करते हैं कि शेख हसीना को हटाया जाए जबकि आप देखो जो यह कोटा है यह वापस रीइंस्टेट करने का काम किया था हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट ने वापस कोटा हटा दिया जुडिशरी का कोई यहां पर रोल है ही नहीं।
पर पीएम शेख हसीना को ब्लेम किया गया क्योंकि कई प्रोटेस्टर्स मारे गए थे और बांग्लादेश में प्रोटेस्ट तो हो रहे थे पर कहीं ना कहीं कई रिपोर्ट्स ये भी लिखीं हुई कि यह सब प्रोटेस्ट कोई फॉरेन पावर फंड भी कर रही है अचानक से शेख हसीना को हर तरफ से डिक्टेटर – डिक्टेटर यह बलाना स्टार्ट कर दिया और आज भी हम देख रहे हैं।
बांग्लादेश में जो यह तक्ता पलट हुआ है ना उसके बाद बांग्लादेश की पीएम के जो पिता थे शेख मुजीबुर रहमान जिनके अंडर बांग्लादेश को आजादी मिली थी उनके पुतले तोड़े जा रहे हैं अब यहां पर यह बात समझ नहीं आ रही कि शेख मुजीबुर रहमान जिनकी वजह से पाकिस्तान से टूट के बना था बांग्लादेश उनके पुतले क्यों तोड़े जाएंगे उनके पुतलों का कोटा से क्या रिलेशन है। और उसके अलावा हमने ये भी देखा कि बांग्लादेश की पीएम का जो घर है वहां पर बहुत सारे जो प्रोटेस्टर्स हैं ये अंदर चले जाते हैं इस तरीके से अब यहां पे आप देख पाओगे शेख हसीना।
एक तरह से देखा जाए तो पीएम जान बचाकर भागी है एक ओर वीडियो में आप देख पाओगे ये लोग शेख हसीना के ऑफिस में जा पहुंचा यहां पर ओपनली शेख हसीना जहां पर बैठती थी जो टेबल था डॉक्यूमेंट वगैरह यहां पर जो रखें हुए हैं प्रोटेस्टर्स घुस चुके हैं।